मुख्य सचिव की अध्यक्षता में वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से जनपदों के नोडल अधिकारियों के साथ बैठक सम्पन्न, दिए आवश्यक दिशा निर्देश

 



शुभम श्रीवास्तव
झाँसी, 10 जनवरी 2022 (दैनिक पालिग्राफ)। सोमवार को मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से जनपदों के नोडल अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि सभी नोडल अधिकारी अपने आवंटित जनपद में 16 जनवरी, 2022 तक 03 दिन का जनपद भ्रमण कर कोविड-19 एवं संचारी रोग नियंत्रण एवं बचाव आदि की व्यवस्थाओं की समीक्षा करके 17 जनवरी, 2022 तक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन विभाग को रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि सभी नोडल अधिकारी भ्रमण के पश्चात् आगे भी प्रतिदिन नियमित रूप से दूरभाष पर जिलाधिकारी/मुख्य चिकित्सा अधिकारी से समन्वय स्थापित कर दैनिक आख्या कार्यक्रम कार्यान्वयन विभाग तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को प्रेषित करेंगे।
उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारी सभी 18 वर्ष से अधिक आयु के पात्र व्यक्तियों को शत-प्रतिशत प्रथम डोज एवं 75 प्रतिशत व्यक्तियों को द्वितीय डोज दिनांक 20 जनवरी, 2022 तक तथा 15 जनवरी, 2022 तक 15-18 आयु वर्ग के किशोरों को शत-प्रतिशत टीके की प्रथम डोज दिया जाना सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि निगरानी समितियां एवं इन्टीग्रेटेड कोविड कमान्ड सेन्टर्स (आई0सी0सी0सी0) पूर्णतः 24×7 क्रियाशील रहें, इसे अवश्य सुनिश्चित कर लिया जाए।
उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारी यह भी चेक करें कि निगरानी समितियों द्वारा बिना टीकाकरण व्यक्तियों की सूची जिला प्रशासन को उपलब्ध कराई जा रही है अथवा नहीं, होम आइसोलेशन में गये लोगों के साथ चिकित्सकों का संवाद तथा निगरानी समितियों का सक्रिय योगदान, कोरोना लक्षणयुक्त व्यक्तियों के होम आइसोलेशन में इलाज एवं उनकी निरन्तर माॅनिटरिंग, प्रत्येक कोविड पाॅजिटिव व्यक्तियों को मेडिसिन किट उपलब्ध कराये जाने की स्थिति तथा कोविड के उपचार में उपयोगी जीवन रक्षक दवाओं आदि की उपलब्धता, की समीक्षा करें।
उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त जनपदीय आई0सी0सी0सी0 में चिकित्सकों का पैनल तैनात करते हुए व्यक्तियों को टेलीकन्सल्टेशन की सुविधा एवं टेलीकन्सल्टेशन के लिए पृथक-पृथक नम्बर जारी करने की तथा अस्पतालों में आवश्यक इन्फ्रास्ट्रक्चर यथा आक्सीजन प्लान्ट/क्रियाशील आक्सीजन कन्सन्ट्रेटर, वैन्टीलेटर, आई0सी0यू0 बेड, आइसोलेशन बेड, एम्बुलेन्स, दवाओं आदि की उपलब्धता की भी नोडल अधिकारी समीक्षा करें।
उन्होंने कहा कि कोविड से मृत्यु की स्थिति में प्रत्येक व्यक्ति की डेथ आडिट अवश्य कराया जाये। यह भी सुनिश्चित कराया जाये कि कोविड पाॅजिटिव व्यक्तियों का सक्रियता से समय से इलाज हो ताकि जिलों में कोई डेेथ कोविड की वजह से न हो। आर0टी0पी0सी0आर0, ट्रूनेट एवं एन्टीजन टेस्ट बढ़ाया जाये। मास्क का प्रयोग, सोशल डिस्टेंसिंग, सेनेटाइजेशन इत्यादि कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर के अनुपालन की स्थिति, को-माॅर्बिड मरीजों, बुजुर्गों एवं बच्चों का संक्रमण से बचने पर विशेष ध्यान, संक्रमण होने की स्थिति में उनके इलाज के प्रक्रिया की सतत् माॅनिटरिंग एवं तत्काल मेडिसिन किट की उपलब्धता को भी चेक किया जाये।
मुख्य सचिव ने कहा की ठण्ड के दृष्टिगत रैन बसेरों में समुचित प्रबन्ध तथा चिन्हित स्थानों पर अलाव की व्यवस्था, वर्तमान भीषण शीतलहर के दृष्टिगत निराश्रित गोवंश स्थलों पर समुचित व्यवस्था, राशन कार्ड रहित व्यक्तियों/परिवार को दोनों समय फूड पैकेट उपलब्ध कराये जाने की व्यवस्था, कोविड के पिछले अनुभव के आधार पर सामुदायिक भोजनालयों का संचालन तथा संक्रमित निराश्रित/अकेले रह रहे बुजुर्ग व्यक्ति, दिव्यांगजन के प्रति अतिरिक्त संवेदनशीलता का भाव रखा जाना तथा पुलिस, राजस्व एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा उनके समुचित इलाज, भोजन आदि की व्यवस्था की भी समीक्षा नोडल अधिकारी करें।
बैठक में वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से मंडल आयुक्त डॉ अजय शंकर पाण्डेय, जिलाधिकारी रविंद्र कुमार एवं जनपदीय नोडल अधिकारी आदि उपस्थित थे।

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