रिपोर्ट: प्रशान्त तिवारी
ललितपुर, 14 अप्रैल 2021 (दैनिक पालिग्राफ)। बोधिसत्व भारतरत्न बाबा साहब डा.भीमराव अम्बेडकर की 130वीं जयंती के अवसर पर जिलाधिकारी अन्नावि दिनेशकुमार ने जनपद के अन्य अधिकारियों सहित अम्बेडकर पार्क पहुंकर बाबासाहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। अम्बेडकर पार्क में कोविड प्रॉटोकॉल के तहत संक्षिप्त कार्यक्रम का आयोजन नन्दलाल पहलवान के द्वारा किया गया। इसके उपरान्त कलैक्ट्रेट सभागार में बाबासाहब डा.भीमराव रामजी अम्बेडकर की जयंती के अवसर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में अम्बेडकर के जीवन मूल्यों से सम्बंधित संक्षिप्त विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान गोष्ठी में उपस्थित सभी अधिकारियोंध्कर्मचारियों एवं अन्य अतिथियों द्वारा कोविड प्रोटोकॉल के तहत मास्क पहने गए व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया। आयोजन में जिलाधिकारी सहित पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी अपर जिलाधिकारी वि.ध्रा., अपर जिलाधिकारी न्यायिक, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे एवं अन्य अधिकारियों ने भीमराव अम्बेडकर जी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा-सुम अर्पित किये। तत्पश्चात जिलाधिकारी सहित कलैक्ट्रेट के अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा सम्बोधित करते हुए डा. अम्बेडकर के जीवन मूल्य एवं उनके समाज में योगदान पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम में अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे लवकुश त्रिपाठी ने कहा कि आजादी मिलने के बाद देश चलाने के लिए संविधान की आवश्यकता पड़ी, जिस कारण बाबा साहब को संविधान की ड्राफ्टिंग कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया। बाबासाहब का जन्म आज ही के दिन महाराष्ट्र के महु जिले में हुआ था। इनका प्रारंभिक जीवन अत्यधिक संघर्षशील रहा। बाबासाहब को अम्बेडकर नाम उनके गुरुजी के द्वारा मिला। बाबासाहब को शिक्षा की विभिन्न विधाओं में महाराथ हाशिल थी। बाबा साहब को संविधान का जनक की उपाधि दी जाती है। उन्होंने समाज के पिछड़े व वंचित लोगों को आगे बढ़ाने के लिए अपना सारा जीवन न्यौछावर कर दिया। उन्होंने कहा कि हमें बाबासाहब के सिद्धान्तों पर चलते हुए अपने अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों का भी निर्वहन करना चाहिए। वर्तमान समय में हम विकास के प्रत्येक क्षेत्र में प्रगति कर रहे हैं किन्तु सामाजिक कर्तव्यों के प्रति उदासीन हैं। हमें अपने पूर्वजों के स्वप्न को साकार करने के लिए संविधान का पालन करना है, हमे मानसिक रुप से एकसूत्र में बंधकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना होगा। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जिन परिस्थितियों में बाबासाहब ने देश का संविधान बनाया था, वह अद्वितीय है। बाबा साहब अपने समय के सबसे शिक्षित व्यक्ति थे, वे ज्ञान के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि कोविड के प्रभाव के कारण यह पर्व प्रोटोकॉल के तहत मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक अधिकारी एवं कर्मचारी को बाबा साहब के विचारों को अपने जीवन में धारण करना चाहिए। जिलाधिकारी ने कहा कि बाबा साहब ने समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए कार्य किया है, हम सभी को बाबासाहब के बारे में गहन अध्ययन करना चाहिए। उन्होंने समाज के पिछड़े व वंचित लोगों को समाज की मुख्य धारा में जोडने का काम किया है। बाबा साहब डा.भीमराव अम्बेडकर जी बुद्धिमता एवं तार्किकता के गुणों से परिपूर्ण थे। आज कोविड प्रोटोकॉल के तहत बोधिसत्व भारत रत्न बाबा साहब डा.भीमराव अम्बेडकर की जयंती मनायी जा रही है। हम सभी एक समतामूलक समाज की स्थापना करें, यही बाबा साहब को एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी। संविधान में सम्पूर्ण भारत को एकसूत्र में बांधने एवं समाज में व्याप्त विषमताओं को दूर करने का कार्य बाबा साहब ने किया है। हम सभी को संविधान में दिये गए कानूनों का अक्षरशरू पालन करना चाहिए। यही हमारी ओर से बाबा साहब को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। कलैक्ट्रेट में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार, अपर जिलाधिकारी विध्रा अनिल कुमार मिश्र, अपर जिलाधिकारी न्या.रजनीश राय, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे लवकुश त्रिपाठी, वरिष्ठ कोषाधिकारी विष्णुकान्त द्विवेदी सहित कलैक्ट्रेट परिसर के अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।
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