औचक निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी आंद्रा वामसी।
झाँसी, 24 नवम्बर 2020 (दैनिक पालिग्राफ)। मंगलवार को जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने तहसील मोंठ का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विभिन्न कक्षों में गन्दगी पाकर नाराजगी व्यक्त की और तत्काल साफ-सफाई के निर्देश दिये। एक-एक पटल का गम्भीरता से निरीक्षण किया और रजिस्टर का सही ढंग से रखरखाव न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये तत्काल सही व गुणवत्ता के साथ पत्रावलियों को सुरक्षित रखे जाने के निर्देश दिये। उन्होने तहसील दिवस की शिकायतें व आईजीआरएस के सन्दर्भो की समीक्षा करते हुये कहा कि समस्त प्रकरणो का निस्तारण समयसीमा अन्तर्गत किया जाना सुनिश्चित हो। इसके साथ ही उन्होने आईजीआरएस के सन्दर्भो का भी निस्तारण गुणवत्ता के साथ समयसीमा में करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने तहसील मोंठ निरीक्षण पर उपस्थिति रजिस्टर को चैक किया तथा उपस्थित कर्मचारियों की क्रास चेकिंग की। निरीक्षण में सही ढंग से पत्रावलियों का अनुरक्षण न होने पर डिप्टी नाजिर सतीश कुमार तथा एडब्ल्यूबीए करण कुमार व अनुसेवक उदयभान सिंह एवं अंजनी सिंह का वेतन रोके जाने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि कार्यो में शिथिलता एवं लापरवाही बर्दास्त नही की जायेगी। अतः सभी अधिकारी व कर्मचारी नियत समय पर तहसील में उपस्थित होकर अपने कार्यो का सम्पादन करें।
तहसील मोंठ के सभागार में जिलाधिकारी ने स्टाफ मीटिंग की अध्यक्षता करते हुये उपस्थित कानूनगो, लेखपाल व अमीन को निर्देश दिये कि क्षेत्र से अधिक से अधिक पराली उठान किया जाये और गौ आश्रय स्थल में रखी जाये उन्होंने राजस्थान में सचिव व प्रधान का सहयोग लेने के निर्देश दिए ताकि जानवरों को भूसा मिल सके। बैठक में उन्होने अधिकारियों, लेखपाल व अमीन को क्षेत्र आवंटित करने निर्देश देते हुये कहा कि अपने-अपने क्षेत्र में लगातार भ्रमणशील रहे और पराली पर सतत् दृष्टि बनाये रखे, यदि कहीं भी पराली जलाये जाने की घटना होती है तो तत्काल एफआईआर दर्ज की जाये। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि लेखपाल 10 दिन तक लगातार अपने क्षेत्र में भ्रमणशील रहते हुए पराली पर सतत दृष्टि बनाए रखें।
स्टाफ मीटिंग में उन्होने कहा कि तहसील मोंठ में सबसे अधिक पराली जलाये जाने की घटना हो रही है। सेटेलाइट के माध्यम से एनजीटी द्वारा क्षेत्र की मानीटरिंग की जा रही है और पराली जलाए जाने की अधिक घटनाओं पर नाराजगी भी व्यक्त की जा रही है। उन्होने स्पष्ट निर्देश दिये कि अधिकारी, लेखपाल व अन्य राजस्व कर्मी क्षेत्र के भ्रमण में पराली पर सतत दृष्टि बनाये रखे और यदि कहीं पर पराली जलायी जाती है तो सख्ती से एफआईआर दर्ज की जाये। उन्होने कहा कि हर दशा में क्षेत्र में पराली जलाये जाने की घटना को रोका जाना है।
बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि गौ आश्रय स्थल में गौवंश को सर्दी से बचाव के उपाय सुनिश्चित कर लें, ठण्ड से गौवंश की मृत्यु को बर्दास्त नही किया जायेगा। उन्होने आश्रय स्थल को सुव्यवस्थित करने के निर्देश देते हुये कहा कि निराश्रित लोगो को वहा रखा जाये, कोई भी व्यक्ति खुले आसमान के नीचे सोता ना मिले। आश्रय स्थल में गद्दे-रजाई आदि की भी उपलब्धता सुनिश्चित कर लें। इसके साथ ही उन्होने क्षेत्र में अलाव जलाये जाने के स्थानों को चिन्हित करने व वहां अलाव जलाये जाने के निर्देश दिये।
इस मौके पर अपर जिलाधिकारी राम अक्षयवर चैहान, एसडीएम अतुल कुमार, सीओ मोंठ प्रदीप कुमार सिंह, तहसीलदार लालकृष्ण सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहें।
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