‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में अभिभावकों का योगदान’ विषय पर हरियाणा वूमेन वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा वैबिनार आयोजित
शिवम श्रीवास्तव
हरियाणा, 13 सितम्बर 2020 (दैनिक पालिग्राफ)। ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में अभिभावकों का योगदान’ इस विषय पर हरियाणा वूमेन वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित वैबिनार का आयोजन शनिवार शाम किया गया।
वैबिनार में बताया गया कि मैकाले शिक्षा पद्धति बदलाव चाहती है इसलिए 34 साल बाद काफी विचार-विमर्श और चिन्तन के बाद नई शिक्षा प्रणाली को लाया जा रहा है। शिक्षा नीति 5+3+3+4 विद्यालयी शिक्षा होगी। इसमें विद्यार्थियों का शारीरिक और मानसिक विकास होगा। 12वीं कक्षा के बाद तकनीकी रोजगार भी मिलेगा। उच्च शिक्षा +4+2 है। शोध के दरबाजे 12 कक्षा से ही खुले हैं। सरकार राष्ट्रीय शोध संस्थान भी शीघ्र बना रही है ताकि आर्थिक सहयोग शोधकर्ताओं को मिल सके। पवन जिन्दल ने शिक्षा नीति की सराहना की और कहा कि इस विषय पर चर्चा की और आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आलोचनाओं को भी सुनकर समाधान निकालना होगा।
हरियाणा वूमेन वेलफेयर एसोसिएशन की राष्ट्रीय अध्यक्षा प्रोफेसर डॉ आलोक दीप ने पवन जिन्दल निवेदन कर कहा कि वह नई शिक्षा नीति को 2021-22 के सत्र में लागू कराने के लिए मुख्यमंत्री से आग्रह करें। केवल नए विद्यालय, महाविद्यालय और विश्वविद्यालय खुलने से ही काम नही चलेगा, शिक्षा नैतिक मूल्यों पर, अनुसंधान युक्त, वैज्ञानिक और आध्यात्मिक पृष्ठभूमि पर होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि हरियाणा वूमेन वेलफेयर एसोसिएशन, इस समय डा. सविता बाई अम्बेडकर सिलाई-कढ़ाई केन्द्र, फरीदाबाद में चला रहीं है, जहां ट्रेनिंग मुफ्त दी जाती है, जिसमें वर्तमान समय में 50 बालिकाएँ सीख रही हैं। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही गुरुग्राम में भी सिलाई-कढ़ाई केन्द्र खोले जाएँगे। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में संस्था ने 60 गृहविहीन बच्चे गोद लिए हैं, जिन्हें मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं। ये बच्चे सरकारी हॉस्टल में रहते हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. डॉ आलोक दीप ने श्रीमती रचना का आभार व्यक्त करते हुए संगठन के कार्यों को गुरुग्राम में आगे बढ़ाने एवं महिलाओं व बच्चों की समस्याओं पर कार्य करने के लिए अपना एवं संगठन का पूर्ण सहयोग देने का वचन दिया।
बताते चलें कि कार्यक्रम में मुख्य विषय वक्ता के रूप में अतुल कोठारी (राष्ट्रीय सचिव, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास (एसएसयूएन) ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से जुड़े सभी मुख्य बिंदुओं पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की अध्यक्षता पवन जिंदल (प्रांत संघचालक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, हरियाणा) ने की। कार्यक्रम के संचालन के लिए अग्रवाल पी.जी. कॉलेज, बल्लबगढ़ द्वारा जूम ऐप्प उपलब्ध करवाई गई। प्रो. डॉ. अलोकदीप (राष्ट्रीय अध्यक्षा, हरियाणा वूमेन वेलफेयर एसोसिएशन) ने अपने स्वागत वचनों से कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में राम अवतार गर्ग (बिट्टू भाईसाहब) (चेयरमैन, सिद्धेश्वर स्कूल, गुरुग्राम) कार्यक्रम में सम्मिलित हुए एवं विशेष अतिथिगण के रूप में प्रो. डॉ. कृष्ण कांत गुप्ता (प्राचार्य, अग्रवाल पी.जी. कॉलेज, बल्लबगढ़) व राजदीप कुलश्रेष्ठ (प्रधानध्यापक, डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल, बहादुरगढ़) कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। प्रो. डॉ. कृष्ण कांत गुप्ता के द्वारा अतिथि धन्यवाद के साथ कार्यक्रम सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम को सार्थक एवं सफल बनाने के लिए श्रीमती रचना कुलश्रेष्ठ (गुरुग्राम, जिला संरक्षक एवं संयोजिका, हरियाणा वूमेन वेलफेयर एसोसएशन) एवं अनुराग कुलश्रेष्ठ (कार्यक्रम संयोजक) ने सभी 250 प्रतिभागी जिनमें मुख्य अतिथिगण, अभिभावकगण, सामाजिक संस्थाओं के कार्यकर्ता एवं पत्रकार बन्धुओं का आभार एवं धन्यवाद व्यक्त किया।
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