शुभम श्रीवास्तव
झांसी, 3 सितम्बर 2020 (दैनिक पालिग्राफ)। जिलाधिकारी आंद्रा वामसी, उप प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज डॉक्टर एन एस सेंगर कोविड नोडल डा. अंशुल जैन ने गुरुवार को महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए कहा कि मेडिकल कालेज में कोविड पेशेंट के इलाज के संबंध में भ्रमित जानकारियां लगातार प्रसारित हो रही है, इन के प्रसारण को रोकने हेतु यह निर्णय लिया गया है कि जो कोविड पेशेंट भर्ती हैं उन्हें प्राप्त हो रही सुविधाओं और सेवाओं का ऑनलाइन या ऑफलाइन फीडबैक देना अनिवार्य है ताकि आम जनमानस को भी व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त हो सके।
बताते चलें कि जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने कहा कि ऐसे कोविड पेशेंट जो फीडबैक देने में असमर्थ हैं वह हेल्पडेस्क के माध्यम से या उनके अभिभावक फीडबैक दें। उन्होंने कहा कि पेशेंट की भर्ती होने से डिस्चार्ज होने तक का फीडबैक दिया जाना है फीडबैक ऑनलाइन या ऑफलाइन दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आई टी सेल/हेल्प डेस्क जो वर्तमान में संचालित है उन के माध्यम से फीडबैक देना आवश्यक व अनिवार्य भी है। फीडबैक में डॉक्टर की ड्यूटी, स्टाफ नर्स, वार्ड बॉय की ड्यूटी आदि के साथ ही अस्पताल में साफ-सफाई, भोजन /नाश्ता व्यवस्था की जानकारी दें ताकि कोई कमी हो तो उसे सुधारा जा सके।
उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में भर्ती कोविड पेशेंट के लिए बेहतर इलाज उपलब्ध कराए जाने के दृष्टिगत मेडिकल कॉलेज से ठीक होकर निकलने वाले मरीजों के लिए ‘कोविड फीडबैक फॉर्म’ उपलब्ध कराया जाएगा यह फॉर्म ऑनलाइन मेडिकल कॉलेज की वेबसाइट http://wwwmlbmcj.in/ पर भी उपलब्ध है जिसे भरा जाना अनिवार्य है। ऐसा करने से जो भ्रमित जानकारियां लोगों तक पहुंच रही हैं उन्हें रोका जा सकेगा साथ आम जनमानस को भी मेडिकल कॉलेज में कोविड पेशेंट को दी जा रही सुविधाओं व सेवाओं की जानकारी प्राप्त होगी।
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