शुभम श्रीवास्तव
झांसी, 30 जुलाई 2020 (दैनिक पालिग्राफ)। जनपद के नोडल अधिकारी/सचिव नगर विकास उत्तर प्रदेश शासन विकास गोठलवाल ने गुरुवार को विकास भवन सभागार में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को नियंत्रित करने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों के साथ तैयारियों की बैठक की। उन्हांेने कान्टेक्ट ट्रेसिंग कार्य को संवदेनशीलता के साथ करने के निर्देश देते हुये कहा कि यह कार्य जटिल होता है, इसलिये इस पर अच्छा फोकस रखते हुये सभी आवश्यक व्यवस्थाये सुनिश्चित होनी चाहिए।
नोडल अधिकारी ने कहा कि संक्रमित व्यक्ति का सैम्पल लेने में देरी न की जाये। लैब प्रभारी द्वारा नोडल अधिकारी को अवगत कराया गया कि लैब में झांसी, ललितपुर, बांदा, महोबा जनपदों के सैम्पल आते है और प्रतिदिन 1000-1200 सैम्पल टेस्ट किये जाते है। उन्होने लैब टैक्नीशियन की संख्या बढ़ाने का अनुरोध करते हुये कहा कि इससे टैस्टिंग की गति में तेजी आयेगी।
लखनऊ से चिकित्साधिकारियों द्वारा बताया गया कि एन्टीजन टेस्टिंग बढाने की जरुरत है। उन्होने मेडीकल कालेज, सभी एल-1, एल-3 हास्पिटल, हास्पिटल में परिवर्तित होटल, जिला अस्पताल, पैरामेडीकल स्टाफ, इन्ट्रीग्रेटेड कन्ट्रोल रुम, एम्बुलेंस की व्यस्थाओं के सम्बन्ध में जानकारी दी। उन्होने रेलवे हास्पिटल में बेड क्षमता सहित अतिरिक्त व्यवस्थाओं की जरुरत है, उनकी व्यवस्था की जाये।
उन्होने यह भी कहा कि संक्रमित लोगों की रिपोर्ट 24 घण्टे के अन्दर आ आये, जिससे उसके इलाज में देरी न हो। उन्होने उपस्थित चिकित्साधिकारियों से यह भी कहा कि पूर्व निरीक्षण में जो कमियां पायी गयी थी, उन्हें सुधारने की जरुरत है और पर्याप्त संसाधन होने सम्बन्धी जानकारी मरीजों के साथ ही उनके परिवारजनों को भी होनी चाहिए।
बैठक में जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी द्वारा नोडल अधिकारी को जनपद व्यवस्थाओं से अवगत कराया गया। उन्होंने बताया कि आईएमए डाक्टरों के साथ वार्ता के अनुसार प्राइवेट डाक्टर भी अपनी सेवायें देने के लिये स्वयं तैयार है। उन्होने यह भी बताया कि जन जागरुकता हेतु इलाइट चैराहे पर एलईडी संचालित कर दी गयी है।
नोडल अधिकारी ने कहा कि संचारी रोगों के नियंत्रण हेतु सफाई कार्य को अभियान के तौर पर नही बल्कि नियमित रुप से योजना के साथ करना होगा। उन्होने नगर निगम क्षेत्र में नगर आयुक्त से तथा नगरपालिका, नगर पंचायत क्षेत्रों में अपर जिलाधिकारी प्रशासन तथा सभी ईओ को निर्देश दिये कि योजना के तहत प्रतिदिन कूड़ा निकलने का अनुमान, डोर-टू-डोर, कूड़ा उठाकर एकत्रित करने, डम्पिंग ग्राउण्ड तक ले जाने की व्यवस्था सम्बन्धी वृहद कार्ययोजना तैयार करनी होगी। उन्होने उपस्थित सभी ईओ से जानकारी ली और विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये। इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था के लिये डीपीआरओ को भी निर्देश दिये कि बरसात के समय जलभराव से बीमारियां फैलती है, जिसके नियंत्रण हेतु प्रभावी तैयारियों करनी होगी।
नोडल अधिकारी ने कहा कि जलभराव की स्थिति होने पर निकासी की व्यवस्था हो जिससे क्षेत्रों में मलेरिया होने की स्थिति उत्पन्न न हो। जिला मलेरिया अधिकारी द्वारा अवगत कराया कि शहरी क्षेत्र के विभिन्न घरों पर जाकर कूलर आदि चैक किये। घरों के आस-पास जलभराव पाये जाने पर एण्टी लार्वा मिलने पर फाॅगिंग कराया गया। कूलरों के पानी में मच्छर पाये जाने लोगों को नोटिस देकर जागरुक किया जा रहा है और कीटनाशक दवाओं का छिड़काव भी किया जा रहा है।
इस मौके पर जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी, नगर आयुक्त अवनीश राय, सीडीओ शैलेष कुमार, एडीएम प्रशासन बी प्रसाद, नगर मजिस्ट्रेट सलिल पटेल, ज्वांइट मजिस्ट्रेट संजीव कुमार मौर्य, एसपी सिटी राहुल श्रीवास्तव, सीएमओ डा गजेन्द्र कुमार निगम, प्रधानाचार्य मेडीकल कालेज डा साधना कौशिक और सभी ईओ, प्रभारी चिकित्साधिकारी सहित सम्बन्धित विभागों अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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