झांसी: भूमि संरक्षण अधिकारी (मैदानी) के भ्रष्टाचार के खिलाफ अधीनस्थों ने खोला मोर्चा, कमिश्नर को दिया ज्ञापन, कठोर कार्यवाही की मांग की
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- भूमि संरक्षण अधिकारी (मैदानी) के भ्रष्टाचार के खिलाफ अधीनस्थों ने खोला मोर्चा, कमिश्नर को दिया ज्ञापन, कठोर कार्यवाही की मांग की
- भूमि संरक्षण अधिकारी मैदानी योजना सुधीर कुमार पर अधीनस्थों ने लगाया मानसिक व आर्थिक प्रताड़ित का आरोप
- भूमि संरक्षण अधिकारी (मैदानी) प्रशासन पर भारी, शिकायतों की पुष्टि होने पर अभी भी पद पर मौजूद, आला अधिकारियों द्वारा नहीं की गई कोई कार्यवाही
शुभम श्रीवास्तव
झांसी, 4 जुलाई 2020 (दैनिक पालिग्राफ)। कृषि विभाग में भ्रष्टाचारी अधिकारियों की कार्यप्रणाली में अधीनस्थों को धमकाना भी शामिल है। ऐसा एक मामला उत्तर प्रदेश के जनपद झांसी के कृषि विभाग मंे देखने को मिला। जहां भ्रष्टाचार में सहयोग न देने पर मैदानी इकाई के भूमि संरक्षण अधिकारी सुधीर कुमार द्वारा अपने ही अधीनस्थों पर मानसिक दवाब बनाया जा रहा है। भूमि संरक्षण अधिकारी मैदानी इकाई सुधीर कुमार के द्वारा अपने ही अधीनस्थों को दी जा रही मानसिक प्रताड़ना के चलते उक्त कर्मचारी काफी निराश और परेशान हैं। आला अधिकारियों के दरवाजों पर न्याय की गुहार लगाते लगाते थक गए हैं लेकिन सिवाए आश्वासन के कुछ भी हाथ नहीं लगा।
बताते चलें कि शनिवार को कृषि विभाग के प्रताड़ित कर्मचारियों ने मण्डलायुक्त को दिए गए ज्ञापन के माध्यम से न्याय की मांग करते हुए बताया कि भूमि संरक्षण इकाई मैदानी झांसी के भूमि संरक्षण अधिकारी सुधीर कुमार द्वारा नियम विरुद्ध कार्य करने के लिए दवाब बनाना, अपशब्दों का उपयोग करना, मानसिक रुप से प्रताड़ित करना, नियम विरुद्ध वेतन अवरुद्ध करना आदि उत्पीड़नात्मक कार्यवाही की जा रही है, जिसके चलते प्रताड़ित कर्मचारी राजकीय कार्य करने में कठिनाई महसूस कर रहे हैं तथा समय पर वेतन न मिलने पर आर्थिक समस्या का भी सामना कर रहे हैं।
इस दौरान जानकी प्रसाद, रामकुमार सोनी, रक्षापाल, विष्णु शर्मा, राजकुमार शास्त्री, बृजेश कुमार, चरन सिंह धाकड़, देव सिंह मौजूद रहे।
उत्तर प्रदेश के जनपद झांसी में कृषि विभाग में भूमि संरक्षण अधिकारी मैदानी योजना झांसी सुधीर कुमार का अपने ही अधीनस्थों पर अत्याचार की सीमा काफी बढ़ चुकी है। बताते चलें कि कृषि विभाग के भूमि संरक्षण अधिकारी मैदानी योजना सुधीर कुमार के द्वारा प्रताड़ित किये गए कर्मचारियों ने शनिवार को जब मण्डलायुक्त सुभाष चन्द्र शर्मा के समक्ष न्याय की गुहार लगाई तो वहां से भी उन्हें सिर्फ आश्वासन ही दिया गया। समझने वाली बात यह है कि जहां एक तरफ बीजेपी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज बुलन्द करती है तो वहीं दूसरी तरफ कृषि विभाग के भूमि सरंक्षण अधिकारी मैदानी योजना सुधीर कुमार जैसे भ्रष्टाचारी अधिकारी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। जब की उक्त अधिकारी की पूरी तरह भ्रष्टाचार में लिप्त होने की पुष्टि हो चुकी है, फिर भी आला अधिकारियों की खामोशी न्याय प्रणाली पर एक सवालिया प्रश्न खड़ा करती है।
जांच में दोषी पाए जाने के बाद भी नहीं की जा रही कोई ठोस कार्यवाही
बताते चलें कि यह वही भूमि संरक्षण अधिकारी मैदानी इकाई सुधीर कुमार हैं जिनके खिलाफ पुरैनिया ग्रामवासियों के माध्यम से आईजीआरएस संख्या 20016619027926 में शिकायत की गई थी कि इन्होंने शासन द्वारा संचालित कृषि सतत मिशन योजनान्तर्गत योजना का लाभ व अनुदान पात्र किसानों को न देकर स्वेच्छाचारिता से अपात्र किसानों को दिया गया। किसानों ने आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी कि परियोजना प्रभारी रुपेश धाकड़ एवं प्राविधिक सहायक हरिश्चन्द्र स्वर्णकार व भूमि संरक्षण अधिकारी सुधीर कुमार द्वारा योजना में हेरा फेरी कर राजकीय धनराशि का अपव्यय किया गया है तथा शासन से मांग की थी कि उक्त भ्रष्टाचारियों को निलम्बित कर मामले की निष्पक्ष जांच की जाए।
जिसको संज्ञान लेकर शासन द्वारा भूमि संरक्षण अधिकारी उरई शहाबउद्दीन सिद्दीकी को जांच अधिकारी बनाकर उक्त मामले की जांच सौंपी गई। भूमि संरक्षण अधिकारी उरई शहाबउद्दीन सिद्दीकी द्वारा जब उक्त मामले की यथास्थिति जांच की गई तो उसमें परियोजना प्रभारी रुपेश धाकड़ एवं प्राविधिक सहायक हरिश्चन्द्र स्वर्णकार व भूमि संरक्षण अधिकारी सुधीर कुमार के खिलाफ की गई शिकायतों की पुष्टि पायी गई।
उप कृषि निदेशक (भू.सं.) माताटीला ने भी पाया दोषी, फिर भी नहीं हुई कार्यवाही
इस सम्बन्ध में अजीत कुमार सचान उप कृषि निदेशक माताटीला झांसी ने बताया कि उक्त मामले की जांच कमेटी द्वारा ग्राम पुरैनिया विकासखण्ड बामौर में वित्तीय वर्ष 2018-19 एवं 2019-20 में संचालित एनएमएसए योजनान्तर्गत परियोजना पुरैनिया में की गयी शिकायत की जांच कर विस्तृत जांच आख्या अधोहस्ताक्षरी कार्यालय में उपलब्ध करायी गयी है। जिसमें की गई शिकायतों की पुष्टि पायी गई है। अतः सम्बन्धित भूमि संरक्षण अधिकारी मैदानी योजना सुधीर कुमार एवं सहयोगी कर्मचारी रुपेश धाकड़ प्राविधिक सहायक ग्रुप सी व हरिश्चन्द्र स्वर्णकार प्राविधिक सहायक गु्रप वी के द्वारा की गयी योजना में वित्तीय अनियमित्ता के क्रम में विधिक कार्यवाही की संस्तुति की गई है।
भूमि संरक्षण अधिकारी मैदानी योजना सुधीर कुमार के खिलाफ शिकायतों की जांच करने पर भ्रष्टाचार की पुष्टि होने पर भी आला अधिकारियों के द्वारा उक्त भ्रष्टाचारी अधिकारी के खिलाफ अभी तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जा रही है। जिसका फायदा उठाकर उक्त अधिकारी अपने अधीनस्थों को मानसिक प्रताड़ना देकर शोषण किए जा रहा है।
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