शुभम श्रीवास्तव
झांसी, 8 जून 2020 (दैनिक पालिग्राफ)। देश भर में फैली कोरोना महामारी के चलते पत्रकार बिना किसी संसाधन के सरकार का कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग कर रहे हैं। इसके बावजूद इतनी गम्भीर महामारी में जान हथेली पर रखकर चलने वाले पत्रकारों के लिए सरकार ने कोई योजना और न ही कोई सहयोग किया। इसके बावजूद आम जनता और सरकार के बीच रहकर पत्रकारों ने सेतु का काम किया और जान जोखिम में डालकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रह हैं। इसके बावजूद सरकार के सरकारी मशीनरी का रवैया पत्रकारों के प्रति ठीक नहीं।
बताते चलें कि सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए धारा 144 का ध्यान रखते हुए सोमवार को झांसी मीडिया क्लब (जेएमसी) की फोन के द्वारा पत्रकारों से बैठक की गई। बैठक की अध्यक्षता झांसी मीडिया क्लब (जेएमसी) के अध्यक्ष मुकेश वर्मा ने की। इस दौरान उन्होंने कहा कि पत्रकारों ने कोरोना से सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर अपनी जान जोखिम में डालकर परिवार को भूल कर जंग लड़ी है। इसके बावजूद सरकार के सरकारी मशीनरी को इस जंग को लडने के लिए कई संसाधन उपलब्ध कराए, लेकिन पत्रकार बिना संसाधनों के ही जंग लड़ते रहे। इसके बाबजूद भी सरकार के अफसरों का पत्रकारों के प्रति रवैया ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा कि पत्रकारों का शोषण कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कड़े शब्दों ने जिला प्रशासन के अफसरों के गलत रवैया की निन्दा करते हुए बताया कि अभी हाल ही में फतेहपुर में कई अखबारों और उनके पत्रकारों पर अफसरों ने अपने पद का दुरपयोग करते हुए दर्जनों मुकदमे दर्ज करा दिए। इससे कहीं न कहीं लगता है कि लापरवाह अफसर कुछ करना नहीं चाहते और जब पत्रकार उनकी कमिया उजागर कर रहे तो अफसर अपने मन माने ढंग से अन पर एफआईआर दर्ज करा रहे। वहीं, दूसरा मामला जनपद झांसी के पत्रकार रवि शर्मा के स्कूल में दिन दहाड़े दबंगो द्वारा घुसकर कुर्सी टेबिल चोरी कर लेना व अवैध कब्जे की नियत से वालू गिट्टी भंडारण करने के मामले में प्रेम नगर थाना पुलिस को शिकायती पत्र देने के बाबजूद कोई कार्यवाही न करने के मामले की जानकारी अफसरों को देने के बाद भी ठोस कार्यवाही न होना तथा अफसरों के बातचीत करने के गलत तरीके पर सभी पत्रकारों ने घोर निन्दा व्यक्त की। अफसरों के रवैया से लगता है कि वह लोक तंत्र के चैथे स्तंभ को कुचलने का कुठाराघात कर रहा। वहीं, तीसरा मामला झांसी के मऊरानी पुर का भी उठाया गया जिसमें एक सरकारी डॉक्टर द्वारा तनख्वाह सरकार से लेने के बाबजूद अपने सरकारी आवास पर प्राइवेट क्लीनिक चलाने वाले की खबर प्रसारित करने वाले पत्रकार को डॉक्टर द्वारा फोन पर धमकी दी गई। इस प्रकरण को भी जिला प्रशासन के सामने लाया गया। इस पर भी कोई कार्यवाही नहीं की गई। वहीं, एक लोकल समाचार पत्र के प्रबन्धक पर गत दिनों बिना जांच पड़ताल के अफवाह फैलाने का थाना सीपरी बाजार में मुकदमा दर्ज किया। जो प्रशासन ने अपने पद का गलत लाभ उठाकर दर्ज कराया।
बैठक में सभी पत्रकारों ने निर्णय लिया कि अगर पत्रकारों के प्रति बेलगाम अफसर अपनी भाषा में बदलाव नहीं लाए और झूठे दर्ज मुकदमे खारिज नहीं किए तो जल्द ही झांसी मीडिया क्लब के तत्वावधान में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
बैठक में महामंत्री विष्णु दुबे, उपाध्यक्ष रवि शर्मा, संगठन मंत्री इमरान खान, कोषाध्यक्ष रानू साहू, सह संगठन मंत्री रोहित झा, आय व्यय निरीक्षक भूपेंद्र रायकवार सहित पत्रकार रामकुमार साहू, असद खान, सुल्तान आब्दी, तौसीफ कुरैशी, हेमेंद्र ठाकुर, दीप चन्द्र चैबे, अन्नज्य नेपाली, नजमा आब्दी, भारत कुलश्रेष्ठ, नीरज साहू, आयुष साहू, आशीष दुबे, प्रभात साहनी, विजय कुशवाह, अख्तर खान, प्रदीप कुमार, मनीष अली, राजीव सक्सेना, बृजेश साहू, रवि साहू, डॉक्टर अरुण गुप्ता, मनीष साहू, आफरीन, इदरीश खान, मोहम्मद दानिश, अतुल वर्मा सहित दर्जनों पत्रकारों ने फोन पर बैठक में उपस्थिति दर्ज कराई।
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