शुभम श्रीवास्तव
झाँसी, 1 जून 2020 (दैनिक पालिग्राफ)। अखिल भारतीय विध्यार्थी परिषद् विश्वविद्यालय द्वारा पाठ्यक्रम शुल्क बढ़ाये जाने को लेकर शुरू से ही अपना विरोध छात्र हित में कर रही है। इसके लिए प्रत्येक स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्य रूप से इसी विषय एवं छात्र हित के अन्य विषयों को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के प्रतिनिधि मंडल ने परिषद् के राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य एवं झाँसी विभाग संगठन मंत्री अजय यादव के नेतृत्व में प्रो जे वि वैशम्पायन, कुलपति, बुंदेलखंड विश्वविदयालय को ज्ञापन दिया। इसमें प्रमुख रूप से पाठ्यक्रमों के शुल्क में की गयी 30 से 90 प्रतिशत की वृद्धि को तुरंत वापस लिये जाने एवं कोरोना संक्रमण के समाप्त न होने तक परीक्षा कार्यक्रम जारी न किया जाने की मांग रखी। इसके साथ ही सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट नेटवर्क समस्या को ध्यान रखते हुए ऑनलाइन परीक्षा न करायी जाये, आतंरिक मूल्याकन में अंकों की कटौती न की जाए। सत्र २०२०-२१ में प्रवेश की तिथि को बढाया जाये। कुछ छात्र रेड जोन में होने के कारण सेमेस्टर फार्म नहीं भर पायें है उनको राहत देते हुए उसकी तिधि को भी बढ़ाई जाये आदि विषय ज्ञापन में दिए गए।
कुलपति ने अभाविप की मांगों के सम्बन्ध में कहा कि पाठ्यक्रम वृद्धि को लेकर जल्दी ही एक बैठक छात्रों की हितों को सर्वोपरि रखते हुए विश्वविद्यालय के अधिकारीयों एवं विभागाध्यक्षों के साथ की जाएगी। इसके साथ की जिन छात्रों की छात्रवृत्ति या फीस प्रतिपूर्ति शासन से नहीं आयी है उसके लिए भी विश्वविद्यालय एक फण्ड बनाकर उसका समाधान करने का प्रयास करेगा। उन्होंने आश्वासन दिया की विश्वविद्यालय ऑनलाइन परीक्षा के बारे में कोई विचार नहीं कर रहा है। कोरोना संकट को देखते हुए विश्वविद्यालय में प्रवेश फार्म भरने की तिथि भी आगे बढ़ाई जाएगी। अभाविप संगठन छात्र हितों की लिए सदैव सजग एवं क्रियाशील है। अगर छात्रों की मांगों को नहीं माना गया तो सोशल डिस्टेन्सिंग का ध्यान में रखते हुए छात्र सड़क पर उतर कर उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। इसका जिम्मेदार विश्वविदयालय प्रशासन होगा।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष अखिल उत्तम पटेल, उपाध्यक्ष हिमांशु पाल, विशाल राजपूत, अमृत राज पटेल और हिमांशु राय उपस्थित रहे।
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