शुभम श्रीवास्तव
झाँसी, 26 मई 2020 (दैनिक पालिग्राफ)। कोरोना कोविड-19 से गांवो को बचाने के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कानपुर प्रांत में ‘कोरोना मुक्त गांव निगरानी समितियों’ का गठन किया है। विद्यार्थी परिषद के प्रांत मंत्री तरूण बाजपेई ने बताया कि कोरोना जैसे वैश्विक महामारी से अपने गांव को बचाने के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने बुंदेलखंड और कानपुर परिक्षेत्र के जिलों मे कोरोना मुक्त गांव निगरानी समितियों का गठन कर गांव में व्यापक जन जागरण अभियान प्रारंभ किया है। उन्होंने बताया कि भारत में कोरोना के प्रारंभिक चरणों में कोरोना का व्यापक असर महानगरों एवं शहरी क्षेत्रों में ही था परंतु पिछले 2 सप्ताह में जिस प्रकार से महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, गुजरात जैसे प्रान्तों कोरोना से आप्रवासी कामगार मजदूर अपने अपने गांवो में वापस आए हैं तब से उत्तर प्रदेश के गांव में भी कोरोना का संक्रमण बढ़ गया है। इसी खतरे को ध्यान में रखकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने गांवों में कोरोना मुक्त निगरानी समितियों का गठन कर व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है जिसके अंतर्गत गांव में बाहर से आए अप्रवासी कामगार मजदूरो को 14 दिन के लिए होम क्वारेंटीन के लिए प्रेरित करना, गांव के लोगों को सामाजिक दूरी के महत्व को बताना, घर के बाहर निकलने पर अपने साथ मास्क और गमछा अनिवार्य रूप से उपयोग करने तथा अति आवश्यक होने पर ही घर के बाहर निकलने के लिए उनको जागरूक किया जा रहा है।
प्रांत मंत्री तरूण बाजपेयी ने बताया कि आज सभी के सहयोग से उत्तर प्रदेश कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के कड़ी को तोड़ने में सफल हुआ है यदि आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश के गांवो को जन जागरूकता के माध्यम से रोना मुक्त करने का प्रयास सफल होता है तो उत्तर प्रदेश शीघ्र ही कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से मुक्ति पा लेगा। इसी बात को ध्यान में रखकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कानपुर प्रांत के सभी जिलों के ज्यादा से ज्यादा गांव में इस प्रकार की निगरानी समिति बनाकर कार्यकर्ताओं के माध्यम से गांव में व्यापक जन जागरण अभियान चलाना प्रारंभ किया है। विद्यार्थी परिषद को विश्वास है कि संगठन द्वारा किए जा रहे इस प्रयास का सकारात्मक परिणाम सामने आएगा और शीघ्र ही कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र के गांवो को लोगों के सहयोग से कोरोना मुक्त करने में सफलता प्राप्त होगी।
तरूण बाजपेयी ने बताया कि प्रत्येक निगरानी समिति में 5 से 7 लोगों को रखने का आग्रह किया गया है ये निगरानी समितियां गांव में रहकर गांव के प्रतिष्ठित लोगों एवं नवजवानो के संगठित सहयोग से इस काम को सफलतापूर्वक पूरा किया जाएगा। झाँसी जिला संगठन मंत्री अजय यादव ने बताया की जिले में 87 समितियों ने कम करना प्रारंभ कर दिया है।
झाँसी जिले में प्रान्त सह मंत्री वेद श्रीवास्तव, प्रान्त सोशल मीडिया प्रमुख अजय शंकर तिवारी और महानगर मंत्री सौरभ बग्गम को इसकी जिम्मेदारी दी गयी है।
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