शुभम श्रीवास्तव
झांसी, 16 अप्रैल 2020 (दैनिक पालिग्राफ)। गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व यूपी सरकार के पूर्व बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री, तीन बार मंत्री तथा जनपद झांसी से चार बार विधायक रहे डा. रवीन्द्र शुक्ल ने पालिग्राफ न्यूज से कोरोना वायरस के चलते देश में किए गए लाॅकडाउन को लेकर पूछे जाने पर चर्चा करते हुए कहा कि मानवता से बढ़कर अर्थव्यवस्था नहीं है। बताते चलें कि डॉ. रविन्द्र शुक्ल साहित्यिक क्षेत्र में दर्जनों पुस्तकें भी लिख चुके हैं।
उन्होंने कहा कि देश ही नहीं रहेगा मानव ही नहीं रहेगा तो अर्थव्यवस्था किस काम की होगी। इसलिए पहले देश आवश्यक है देश रहेगा तो अर्थव्यवस्था भी फिर से खड़ी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि आज अमेरिका जैसा सर्वशक्तिशाली देश भी इस विश्वव्यापी महामारी के समक्ष घुटनों के बल बैठ गया, लेकिन भारत के प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र दामोदर भाई मोदी जी ने भारतवर्ष को विकट स्थिति में जाने से बचा लिया है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने गैर जिम्मेदाराना व्यवहार किया है तथा गैरजिम्मेदाराना व्यवहार कर रहे हैं जो मानवता के लिए एक बहुत बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि इटली, अमेरिका जैसे देशों की तुलना में भारत में अभी स्थिति सही है ये सब है तो हमारे केन्द्रीय नेतृत्व की बजह से। इसलिए हमें अर्थव्यवस्था की चिंता न करते हुए मानवता की चिंता करनी चाहिए यदि देश की मानवता को देशवासियों को बचा लिया गया तो अर्थव्यवस्था फिर से खड़ी की जा सकेगी।
उन्होंने लाॅकडाउन समाप्त होने के बाद के प्रभाव का प्रश्न पूछे जाने पर उत्तर दिया कि भारत एक परिवार वाला देश है, कुटुम्ब वाली मानसिकता वाला देश है और इसलिए ये लाॅकडाउन भी परिवारों के लिए एक वरदान साबित होगा। उन्होंने कहा कि इस महामारी से भारतवासियों में जो एक निराशा आ गई थी, स्थिति को और देशों की तुलना में संभालकर उस निराशा का एक पुर्नजागरण किया गया है और यही आशा आगे हमारा सम्बल बनेगी तथा हम देश को उस स्थिति में ले जाएंगे कि जैसा कहा जाता था कि 21वीं सदी भारत की होगी।
सवालों की संख्या के आखिरी दौर में उन्होंने लाॅकडाउन का उल्लंघन करने वालों को समझाते हुए कहा कि जो लोग लाॅकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं उसमें नुकसान उन्हीं लोगों का है। उन्होंने कहा कि जो लाॅकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं वो यदि संक्रमित हो गए तो उनका पूरा परिवार संक्रमित होगा। इसलिए उन लोगों को अपने विवेक से समझना चाहिए कि लाॅकडाउन का पालन करके ही इस लड़ाई को जीता जा सकता है।
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