शुभम श्रीवास्तव
लखनऊ, 17 मार्च 2020 (दैनिक पालिग्राफ)। कोरोना के बढ़ते कहर को देखते हुए उत्तर प्रदेश के सभी स्कूल-कॉलेजों और मल्टीप्लेक्स दो अप्रैल तक बंद कर दिए गए हैं। मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में यह निर्णय लिया गया। इसके अलावा सरकार ने अगले आदेश तक सभी स्कूल-कॉलेजों में चल रही परीक्षाओं को भी स्थगित कर दिया है।
लखनऊ स्थित लोकभवन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक के बाद सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने बताया कि सरकार जिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलों के धार्मिक गुरुओं से अपील करेगी कि वह मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारों तथा गिरिजाघरों में भीड़ को रोकें। इसके साथ ही प्रदेश में धरना प्रदर्शन पर भी पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा। इसके अलावा रोज मजदूरी कर अपनी रोजी रोटी चलाने वाले लोगों के भरण पोषण के लिए सरकार ने केंद्रीय वित्त मंत्री की अध्यक्षता में श्रम मंत्री और कृषि मंत्री की तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है जो अपनी रिपोर्ट तीन दिन में देगी। इसके बाद फैसला लिया जायेगा कि कैसे गरीबों के खातों में कुछ पैसा डाला जा सके।
श्रीकांत शर्मा ने आगे कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस का प्रकोप स्टेज 2 में है और सरकार का प्रयास है कि इसे किसी भी हालात में स्टेज 3 तक न पहुंचने दिया जाए। उनके अनुसार, यह भी फैसला किया गया है कि निजी क्षेत्र के लोग घर से काम करें तथा कोरोना वायरस से पीड़ित सरकारी कर्मचारी को पूरी तन्ख्वाह मिलेगी। सरकार ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई है जो सरकारी कर्मचारियों के लिए कार्यालयों में काम करने की व्यवस्था के संबंध में रिपोर्ट देगी। प्रवक्ता ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित सभी लोगों का मुफ्त इलाज होगा। इसके साथ ही सभी तरह के धरने तथा प्रदर्शन पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है।
कोरोना से मजदूरों को हुए नुकसान की भी भरपाई करेगी योगी सरकार
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना के पीड़ित मरीजों की संख्या 13 है जिसमें से 12 भारतीय और 1 विदेशी नागरिक हैं। हालांकि इसमें से चार लोग कोरोना से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। वहीं, देश में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 125 हो गई है।
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