शुभम श्रीवास्तव
झांसी, 7 मार्च 2020 (दैनिक पालिग्राफ)। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के ललित कला संस्थान द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन डा.वसीम खान पुरातत्वविद, संचालनालय पुरातत्व एवं अभिलेखागार संग्रहालय भोपाल के मुख्य आतिथ्य एवं डा.संतोष कुमार पटेरिया पूर्व प्रवक्ता महोबा महाविद्यालय के विशिष्ट आतिथ्य में संपन्न हुआ।
ललित कला संस्थान की समन्वयक डा. श्वेता पाण्डेय ने बताया कि संगोष्ठी के दूसरे दिन दिलीप कुमार, संजीव गुप्ता, मुकुल वर्मा, आरती वर्मा, शिवम सहित 13 प्रतिभागियों ने अपने-अपने शोधपत्र प्रस्तुत किए।
मुख्य अतिथि डा.वसीम खान ने प्रगैतिहासिक काल से लेकर चंदेलकालीन कला पर अपने विचार प्रकट किए एवं कला की बारीकियों से अवगत कराया। उन्होंने पावर प्वाइंट प्रस्तुतिकरण द्वारा शैलचित्रों एवं मंदिरों की विशेषताओं से अवगत कराया। इसी कड़ी में विशिष्ट अतिथि महोबा महाविद्यालय के पूर्व प्रवक्ता डा.संतोष कुमार पटेरिया ने संस्कृत साहित्य में खजुराहो का मूर्तिशिल्प विषय पर अपना विस्तुत व्याख्यान दिया।
कार्यक्रम में खजुराहो शैक्षणिक भ्रमण पर गये विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। कार्यक्रम का संचालन संस्थान की समन्वयक डा. श्वेता पाण्डेय ने किया तथा आमंत्रित अतिथियांे का आभार मुकुल वर्मा ने व्यक्त किया।
इस अवसर पर डा.सुनीतर, छा.अजय कुमार गुप्ता, जयराम कुटार, दिलीप कुमार, आरती वर्मा, ब्रजेश पाल सहित विभिन्न विभागों के शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।
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