शुभम श्रीवास्तव
झांसी, 2 फरवरी 2020 (दैनिक पालिग्राफ)। राष्ट्रीय कला मंच के तत्वाधान में बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के भूगर्भ विभाग के सभागार में कला कार्याशाला का आयोजन किया गया। इसका उदेश्य विद्यार्थियों की कला को एक मंच प्रदान करना एवं राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने का सूअवसर प्रदान करना है। कार्यशाला का उदघाटन करते हुए अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो देवेश निगम ने कहा कि कला की उपयोगिता है कि वह हमें हमारी संस्कृति और इतिहास से परिचय कराये। कला में समृद्ध देश विश्व में अपनी अलग पहचान रखता है। विभाग संगठन मंत्री अजय यादव ने कहा की कला का उदेश्य राष्ट्र को एक धागे में बांध के रखना है। इसके माध्यम से हम जननायकों, राष्ट्रीय प्रतीकों और स्वतंत्रता सेनानीयों को उनके चित्रों, कविताओं, वाकतृत्व कौशल आदि के माध्यम से जानते हैं। इस अवसर पर सना अहमद ने मिमिक्रि, आशुतोष द्विवेदी, कोमल समसेरिया एवं पुष्पराज सिंह ने कविता का पाठ किया। जलियांवाला बाग पर आधारित आशुतोष की कविता ने सबकी आंखे नम कर दीं। सत्यपाल एवं समूह ने नागरिकता संशोधन अधिनियम पर आधारित नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। नाटक के माध्यम से अधिनियम के विषय में लोगों को जागरूक किया गया एवं इससे संबधित भ्रांतियां दूर की गई। शुभम सोनी ने एकल नाटक के माध्यम से संप्रादायिक सौहार्द का संदेश दिया। युथ इंडिया टीम के द्वारा देशभक्ति के गीतों पर नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई। राहुल कुमार एवं डा. राजकुमार सिंह ने देशभक्ति पर आधारित गाने गाये। इस अवसर पर श्रीहरि त्रिपाठी, डा रेखा लगरखा, डा कौशल त्रिपाठी, राघवेंद्र दीक्षित, सौरभ बग्गम, सुधीर यादव, आशुतोष मिश्रा, मनेन्द्र सिंह, अखिल उत्तम पटेल, समरेंद्र आदि के साथ अन्य छात्र एवं छात्रांए उपस्थित रहे।
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