शुभम श्रीवास्तव
झांसी, 7 फरवरी 2020 (दैनिक पालिग्राफ)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्वी क्षेत्र के संगठन मंत्री रमेश गड़िया ने शुक्रवार को युवाओं का आहवान किया कि वे देश को भ्रष्टाचार, जातिवाद और क्षेत्रवाद जैसी विद्रूपताओं सेे मुक्ति दिलाने में सक्रिय भूमिका निभाएं। साथ ही देश की आजादी के लिए प्राणोत्सर्ग करने वाले अनगिनत शहीदों को याद रखते हुए ऐसे वातावरण का निर्माण करें कि समाज में व्याप्त विसंगतिया दूर की जा सकें। वे शुक्रवार को बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह स्थल पर आयोजित विशेष कार्यक्रम में जलियावाला बाग के शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित कर रहे थे। यह कार्यक्रम चित्रकूट से 31 जनवरी से प्रारंभ हुई जलियांवाला बाग के शहीदों को समर्पित अमर शहीद कलश रथयात्रा के समापन और शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित किया गया।
श्री गड़िया ने कहा कि जलियावालां बाग में 13 अप्रैल 1919 में अंग्रेजों द्वारा की गई गोलीबारी की घटना ने देश के लोगों को झकझोर कर रख दिया। इस घटना ने तमाम ऐसे युवा नायक पैदा किए जिन्होंने ब्रिटिश हुकूमत की चूलें हिला दीं। उन्होंने उस घटना में शहीद हुए सभी लोगों को भी भावपूर्वक श्रद्धासुनम अर्पित किए। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे देश की आंतरिक स्थितियों को लेकर सचेत रहें। युवाओं को देश के निर्माण के लिए प्रेरित करें। उन्होंने विद्यार्थी परिषद की खूबियां भी गिनाईं।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अरविंद कुमार ने भी जलियावाला बाग की घटना के ऐतिहासिक प्रभावों को रेखांकित किया। साथ ही सभी शहीदों को याद रखते हुए युवाओं से देश के समक्ष आने वाली विभिन्न चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा। उन्होंने कहा कि आज देश को बाहरी शक्तियों से नहीं वरन आंतरिक शक्तियों से ज्यादा खतरा है। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे समाज में समरसता का ऐसा वातावरण बनाएं कि हरेक व्यक्ति को विकास के समान अवसर मिलें। देश को विकास के शिखर पर ले जाना ही शहीदों का सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
कार्यक्रम स्थल पर एक कलश में अमृतसर के जलियांवाला बाग से लाई गई पवित्र मिट्टी का विद्यार्थियों ने वंदे मातरम और भारत माता की जय के उद्घोष के साथ स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरुआत में परिषद का गीत गाया गया। वंदेमातरम गीत भी सामूहिक रूप से गाया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति के प्रतिनिधि के रूप में अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो देवेश निगम ने की। उन्होंने कलश को विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों को सौंप कर अमर शहीद कलश यात्रा की विधिवत समापन की घोषणा की। मंच पर परिषद के महानगर अध्यक्ष डा. श्रीहरि त्रिपाठी और महानगर मंत्री सौरभ बग्गम भी उपस्थित रहे। सभी अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन के बाद कलश पर पुष्प भी अर्पित किए। एन.सी.सी कैडटों ने भी कतारबद्ध होकर कलश यात्रा का स्वागत किया।
इस अवसर पर बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय के मुख्य कुलानुशासक प्रो आरके सैनी, प्रो. सुनील काबिया, प्रो प्रतीक अग्रवाल, प्रो. सीबी सिंह, डा, सीपी पैन्यूली, डा डी के भटट्, डा. मुन्ना तिवारी, डा. कौशल त्रिपाठी, डा सौरभ श्रीवास्तव, ई संदीप मिश्रा डा. रामजी सोनी, डा. संतोष पाण्डेय, डा. महंे्र्रद्र सिंह, डा नवीन पटेल, डा यतीन्द्र मिश्र डा अनुप कुमार, डा मुहम्मद नईम, उमेश शुक्ल, राघवेंद्र दीक्षित, रानू देवलिया, प्रसन्न जैन, अंजू गुप्ता, राम किशन निरंजन, डा. मानवेंद्र सिंह, डा सुधीर यादव, वेद श्रीवास्तव, ऋतिक प्रताप यादव, अंशुमान दुबे, अजय शंकर तिवारी, मनेन्द्र सिंह, समरेन्द्र सिंह, अखिल उत्तम पटेल, अर्चित सोनी, वेद श्रीवास्तव, राहुल यादव आदि उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम का संचालन आशुतोष मिश्रा ने किया। इस कार्यक्रम में परिषद के विभाग संगठन मंत्री अजय यादव समेत अनेक इकाइयों के पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित रहे।
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