विद्यार्थी जीवन मानव को मानव संसाधन बनाने की कार्यशाला है: प्रो. जे वी वैशम्पायन


शुभम श्रीवास्तव
झांसी, 26 दिसम्बर 2019 (दैनिक पालिग्राफ)। विद्यार्थी जीवन केवल शिक्षा के रास्ते ज्ञान एवं उसके उपरांत भरण पोषण की युक्ति नहीं है बल्कि यह मानव को मानव संसाधन बनाने की कार्यशाला है। विद्यार्थी जीवन का उद्ेश्य केवल अपनी निजी स्वार्थ की पूर्ति न होकर मानव कल्याण की भावना को विकसित करना है। उक्त विचार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के 59 प्रदेश अधिवेशन के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो जे वी वैशम्पायन ने व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि छात्र को घर और समाज के साथ राष्ट्र की चिंता को भी महत्व देना चाहिये। वर्तमान शिक्षा व्यवस्था के संदर्भ में कुलपति ने बताया कि छात्रों के पंजीकरण तो बढ़े हैं। लोग साक्षर भी हो रहे हैं, पर गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा  का अभाव है। यहि कारण है कि हमारा कोई विश्वविद्यालय विश्व के शीर्ष दो सौ विश्वविद्यालय में नहीं है। जबकि पूर्व में नालंदा और तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालय की पहचान पूरे विश्व में थीं। छात्रों से उन्होंने कहा कि उन्हें अपने विषय का  पूर्ण ज्ञान होना चाहिये ने कि केवल डिग्री। उन्होंने साॅफ्ट स्किल, इनोवेशन और शोध की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि ज्ञान आधारित उद्योग की सहायता से ही भारत विश्व में अपनी सशक्त पहचान बना सकता है। विशिष्ट अतिथि झांसी महानगर के महापौर रामर्तीथ सिंघन ने कहा महिला सुरक्षा और सम्मान विषय पर आधारित यह अधिवेशन समसामयिक है। उन्होंन कहा कि केवल कानुन और नियम कठोर बनाने से महिला अपराधों को नियंत्रित तो किया जा सकता है पर रोका नहीं। आखिर वो कौन से कारण है कि महिला परिवार के बाहर आते असुरक्षित हो जाती है। इस समस्या का केवल एक निराकरण है कि हम अपने संस्कारों को बलिष्ठ एवं दृढ़ करें। महिलाओं को स्वंय भी सबल बनना होगा। उन्होंने कहा  कि अनुशासन, परिश्रम और समयप्रबंधन के अनुपालन से विद्यार्थी कोई भी सफलता प्राप्त कर सकते हैं। प्रधानमंत्री द्वारा लखनऊ में अटल जी की प्रतिमा आवरण के समय व्यक्त विचार कि हमें चुनौतियों को चुनौती देना है को मंत्र  के रूप में अंगीकार करना चाहिये। अधिवेशन में विषय की प्रस्तावना रखते हुए एबीवीपी कि अखिल भारतीय विश्वविद्यालय प्रमुख श्रीहरि बोरिकर ने कहा कि छात्र शक्ति राष्ट्रशक्ति है उसे केवल पुस्तकीय ज्ञान लेने के लिये नहीं छोड़ा जा सकता। समाज में चल रही सकरात्मक सोच को लोगों तक पहुंचाना, देश की सुरक्षा के प्रति सजग रहना, पर्यावरण संरक्षण को तत्पर रहना, महिलाओं की सुरक्षा के लिय सदैव तैयार रहने के साथ ही किसी भी प्रकार की आपदा के  समय अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाहन करने के लिये तैयार  रहना चाहिये। उन्होंने कहा कि एबीवीपी संगठन देश में सकरात्मक परिवर्तन लाने के लिये लगातार सेमिनार, संगोष्ठी, रक्तदान शिविर, आदि गतिविधियां करता रहता है। इसके साथ ही वर्तमान में चल रहे नागरिक संशोधन अधिनियम पर उन्होंने कहा कि कुछ दल विघटनकारी विचारों को फैला रहे है। देश मंे अराजकता को बढ़ा रहे हैं लकिन विद्यार्थी परिषद् का प्रत्येक कार्यकर्ता देश पर सर्वत्र निछावर करने एवं बलिदान होने के लिये तैयार है। किसी भी विदे्षपूर्ण विचार के स्वीकार नहीं किया जाएगा। इसके पूर्व आज प्रांत अध्यक्ष वरूण सिंह एवं प्रांत मंत्री द्वारा ध्वाजारोहण किया गया। इसके बाद वर्ष 2019-20 कि लिये नेय प्रांत मंत्री के रूप में डाॅ. यतिन्द्र सिंह एवं प्रांत मंत्री के रूप में तरूण बाजपेयी का चयन सर्वसम्मिति से किया गया। चुनाव अधिकारी अंजु गुप्ता द्वारा नामों की घोषणा की गयी। दोनों नये दायित्वधारियों ने विद्यार्थी परिषद को और  आग ले जाने का संकल्प लिया।


इस अवसर पर एबीवीपी की अखिल भारतीय छात्रा प्रमुख ममता प्रमुख श्रीहरि बोरिकर, क्षेत्रिय संगठन मंत्री रमेश गड़िया, पूर्व प्रदेश मंत्री प्रवीण लखेरा, प्रदेश संगठन मंत्री कमलनयन, पूर्व प्रांत अध्यक्ष वरूण सिंह, प्रांत छात्रा प्रमुख अंजु गुप्ता, जिला संगठन मंत्री अजय कुमार यादव, भाजपा महानगर  अध्यक्ष मुकेश मिश्रा, प्रदेश महामंत्री भाजपा किसान मोर्चा रामनरेश तिवारी, प्रांत उपाध्यक्ष महेन्द्र सिंह, महानगर अध्यक्ष श्रीहरि त्रिपाठी, महानगर उपाध्यक्ष मानवेंद्र सेंगर, महानगर मंत्री सौरभ बग्गम, व्यवस्था प्रमुख प्रसन्न जैन, सह व्यवस्था प्रमुख मनेन्द्र सिंह, सुधीर कुमार, वेद श्रीवास्तव, अमित चिरवरिया, अजय कुमार पटेल, पंकज शर्मा, संस्कृति गिरवासिया, अजय कुमार तिवारी आदि उपस्थि रहे।


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