बु.वि.बो. के गठन से सम्पूर्ण क्षेत्र को मिलेंगे विकास के नये आयाम, दूर होगा पिछड़ापन: मानवेन्द्र सिंह



झांसी, 11 नवम्बर 2019 (दैनिक पालिग्राफ)। प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा बुन्देलखण्ड के पिछड़ेपन को दूर कर देश एवं प्रदेश के अन्य क्षेत्रों की भांति विकसित किये जाने के दृढ़ संकल्प के दृष्टिगत गठित किये गये बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड की बैठक बुन्दलेखण्ड विकास बोर्ड के अध्यक्ष कुंवर मानवेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में भारतीय चारागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान झांसी आडीटोरियम में आहूत की गयी। अध्यक्ष बुन्दलेखण्ड विकास बोर्ड कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने उपस्थित सदस्यों सहित अधिकारियों को सम्बोधित करते हुये कहा कि बोर्ड में सर्वोच्च अधिकारी सदस्य है तो गैर सरकारी सदस्य भी बेहद अनुभवी है, जिसका लाभ क्षेत्र को निसंदेह प्राप्त होगा। उन्होने कहा कि हमे दृढ़ निश्चत करना होगा, कि क्षेत्र के विकास में हम अपने को खपा दंे, परन्तु ऐसा प्रतीत नही हो रहा है। झांसी में स्र्पोट्स कालेज खोले जाने के लिए भूमि तलाशने के निर्देश दिये थे, परन्तु आज तक किसी ने सम्पर्क नही किया कि कैसी जमीन व कितनी जमीन देखी जाये। उन्होने कहा कि न सदस्यो और न अधिकारियो ने सम्पर्क किया।
उन्हांेने कहा कि झांसी बुन्देलखण्ड का केन्द्र भी है जो राजमार्गों का चैराहा है। वह झांसी में है, यहां ट्रांसपोर्ट हब बनाया जा सकता है। हमे प्रयास करना चाहिए, क्योंकि रेल और राजमार्ग कनैक्विटी के कारण क्षेत्र का विकास त्वरित गति से हो सकता है। टांसपोर्ट हब के लिए नगर निगम भूमि उपलब्ध कराने को तैयार है। शासन से धन उपलब्ध कराना होगा। उन्होने कहा कि क्षेत्र में उद्योगो का सृजन हो ताकि रोजगार मिल सके, रोजगार से ही पलायन रोका जा सकता है। कुं0 मानवेन्द्र सिंह अध्यक्ष बुन्दलेखण्ड विकास बोर्ड ने कहा कि समस्त माननीय सदस्य क्षेत्र के विकास में बाधक समस्याओ को चिन्हांकित करे ताकि समिति गठन किया जा सके। लगभग 14 समितियो का गठन आज किया जा रहा है जिसमे मा0 सदस्य तथा अधिकारी गम्भीरता से कार्य करे ताकि विकास त्वरित हो सके।
बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष चित्रकूट अयोध्या सिंह पटेल ने बैठक में कहा कि दलहन-तिलहन में किसानो को अनुदान दिया जाये। बोर्ड का कार्य मात्र परामर्शी न हो इसे और अधिकार दिये जाये, ताकि कार्य हो सके। क्षेत्र के विकास के लिए आंवला, करौंदा, नीबू के उत्पादन को प्रोत्साहित किया जाये और राशि दी जाये। इसके साथ प्रोसेसिंग प्लांट भी लगाया जाये। जिससे किसानो को अपनी उपज का सही दाम मिल सके। अन्ना पशुओ पर अभी और कार्य किया जाना है। उन्होने ग्रेनाइड, बालू व क्रेसर उद्योग से प्राप्त रायल्टी का कुछ अंश बुन्देलखण्ड में व्यय करने का सुझाव दिया। क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओ को और बेहतर बनाया जाये। बांदा मेडीकल कालेज में चिकित्सको की संख्या बढ़ाई जाये ताकि गरीबो का इलाज हो सके।
उपाध्यक्ष राजा बुन्देला ने बुन्देलखण्ड क्षेत्र की प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए फाइन आर्ट की स्थापना करने का सुझाव दिया। उन्होने कहा कि एक दिन के सेमीनार से क्षेत्र का विकास सम्भव नही है। बुन्देलखण्ड भूखा, सूखा, प्रताड़ित है। क्षेत्र का विकास के लिये अलग सोच रखनी होगी। अन्य राज्यो की तरह यहां योजनाये न बनायी जाये। उन्होने कहा कि 67 प्रतिशत पलायन है यदि हमे इसे रोकना है तो नवजवान को रोकना होगा। झांसी में हाकी को प्रोत्साहित करने के लिये हाकी प्रशिक्षण केन्द्र खोले जाये। माइक्रोफाइनेंस स्कीम बनायी जाये। समूह को शामिल कर चन्देरी साड़ी, पापड़, बरी, रानीपुर टेरीकाट को पुनः स्थापित किया जाये। क्षेत्र की लोक कलाये खत्म होती जा रही है, वह इतिहास न बन जाये। यदि लोक कला खत्म हो जायेगी तो हमारी संस्कृति खत्म हो जायेगी।
बैठक में सदस्य जगदीश सिंह चैहान ने पर्यटन को बढ़ाये जाने का सुझाव दिया देते हुये कहा कि पर्यटन विभाग पैकेज टूर दे और क्षेत्र के समस्त पर्यटन स्थलो का भ्रमण कराये। उन्होने बुन्देलखण्ड के सातो जिलो के बड़े पर्यटन स्थलो का विकास करने का भी सुझाव दिया, ताकि विदेशी पर्यटक रुक सके और क्षेत्र में रोजगार मिल सके। उन्होने विलेज टूरिज्म कल्चर को भी बढ़ाने की भी बात रखी। मा0 सदस्य ने विद्युत दरो की बढ़ोत्तरी के कारण उद्योग मध्य प्रदेश में स्थापित होने की भी जानकारी दी। उन्होने कहा कि डिफेंस कारीडोर बनने जा रहा है यदि विद्युत दरो को कम नही किया गया तो बुन्देलखण्ड का विकास बाधित होगा।
सदस्य प्रदीप चैबे ललितपुर ने कहा कि मुख्यमंत्री जी बुन्देलखण्ड के विकास के लिये प्रयासरत है। इसी उददेश्य से बोर्ड का गठन किया गया। उन्होने क्षेत्र में सौर ऊर्जा प्लांट लगाये जाने तथा उसमे अनुदान दिये जाने का सुझाव दिया। सौलर पम्प लगाये जाने में किसानो को छूट प्राप्त हो तथा सौलर पम्प का लक्ष्य सातो जिलो में बढ़ाया जाये ताकि किसानो को विद्युत पर निर्भरता कम हो सके। उन्होने कहा कि क्षेत्र में उत्पादन अधिक होने से किसानो को कम दाम मिलता है। यदि वेयर हाऊस का निर्माण हो जाये तो किसानो को उपज का अच्छा मूल्य मिल सकेगा। उन्होने ललितपुर के सबसे पिछड़े क्षेत्र बालावेट में पेयजल की समस्या को दूर करने का सुझाव दिया।
सदस्य डाॅ. पवन पुत्र बादल जालौन ने कहा कि अन्ना गौवंश पालने का सुझाव दिया। जिसे मा0 मुख्यमंत्री जी ने स्वीकार करते हुये लागू कर दिया। बुन्देलखण्ड शौर्य और आध्यात्म का संगम है। बुन्देलखण्ड में हरी मटर, तिलहन, दलहन पर्याप्त मात्रा में होती है, परन्तु पैकेजिंग न होने से किसान को लाभ नही होता। सरकार की ओर से एमएसपी तय की जाये, तो किसान लाभान्वित होगे। यदि तालाब कुओ व बावड़ी की पर्याप्त सफाई मनेरगा से करा दी जाये तो पेयजल संकट कम हो सकता है। उन्होने नक्षत्रशाला की स्थापना चित्रकूट व झांसी में करने का सुझाव दिया।
सदस्य लवकुश चतुर्वेदी चित्रकूट ने कहा कि मैं ऐसे स्थान से हूं जहां धार्मिक विरासत है। यदि ऐसे धार्मिक स्थलो का विकास किया जाये तो रोजगार मिलेगा। मदांकिनी अपना अस्तित्व खोती जा रही है जिस पर मा0 मुख्यमंत्री ने कार्य योजना बनाये जाने के निर्देश दिये, लेकिन अभी कोई कार्य नही हुआ। उन्होने सुझाव दिया कि जो भूमि खाली पड़ी है वहां उद्योग स्थापित किये जाये।
सदस्य कुलपति कृषि विश्वविद्यालय डाॅ यू.एस. गौतम ने बताया कि विश्वविद्यालय के युवाओ को रोजगार उपलब्ध कराये जाने का कार्य हो रहा है। प्रशिक्षण दिया जा रहा तथा बुन्देलखण्ड में ही रोजगार की सलाह दी जा रही। जिससे अन्य को रोजगार मिल सके। उन्होने उद्यानिक क्षेत्र में कार्य करने का सुझाव दिया। सदस्य डाॅ शम्भु दयाल जालौन ने कहा कि बेरोजगारी व किसानो के हित पर चर्चा हो। उनका विकास कैसे किया जाये। 20 वर्ष पूर्व क्षेत्र में उद्योग थे, परन्तु जब छूट खत्म हो गयी तो उद्योग यहां से पलायन कर गये। जिस कारण बेरोजगारी बढ़ गयी। उन्होने कहा कि एन्र्जी का सोर्स सस्ता नही होगा तो विकास बेमानी है। 900 प्रति गोवंश देने के बाद भी अन्ना पशु की समस्या खत्म नही हुई। किसानो की आय दोगुनी करने के लिये किसानो की फसल को रोटेशन करना होगा। सदस्य ने कहा कि आर्थिक विकास व सामाजिक विकास की जरुरत है। परन्तु आर्थिक विकास तो ठीक, परन्तु सामाजिक विकास की व्याख्या पुनः होनी चाहिए। सदस्य डाॅ महेन्द्र पाल सिंह हमीरपुर ने कहा कि बोर्ड को अधिकार भी दिये जाये। सरकारी नलकूपध्नहरो से सिंचाई मुफ्त है, परन्तु किसान निजी ट्यूवबैल से सिंचाई करता है तो बिजली का पैसा मांगा जाता है इसे भी मुफ्त किया जाये। उन्होने कहा कि हमीरपुर में खुलने वाले मेडीकल कालेज को मुस्करा में खोला जाये, ताकि अधिक लोगो को लाभ मिल सके। बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड की प्रथम बैठक में मा0 मुख्यमंत्री जी के आर्थिक सलाहकार के.वी.राजू ने कहा कि यह देश का पहला बोर्ड नही है। इससे पूर्व महाराष्ट्र में मराठावाड़ा विकास मण्डल तथा विदर्भ विकास मण्डल संचालित हो रहे यह सभी अपने क्षेत्र में ही है। अतः बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड का आफिस भी बुन्देलखण्ड क्षेत्र में होगा। उन्होने कहा कि जो इश्यू आज उठाये गये है, उनका पे्रजेन्टेशन माह जनवरी 2020 को आयोजित होने वाली गोष्ठी में किया जायेगा। उन्होने बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड हेतु प्रस्तावित समितियो के प्रारुप की जानकारी दी और कौन क्या कार्य करेगे। उसके विषय में भी बताया सभी जानकारी प्रारुप में दर्ज होगी। बैठक में के.वी.राजू ने बुन्देलखण्ड विकास हेतु सड़क निर्माण, जल प्रबन्धन पर्यटन, प्राथमिक शिक्षा, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्योग, डेरी एवं पशुपालन, मस्त्य पालन, नगर विकास, ग्राम्य विकास, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, कृषि उपज, कला व खेल समितियो का गठन करते हुये मा0 सदस्यो को कम से कम 3 समितियो में शामिल होकर कार्य करनेका सुझाव दिया। उन्होने समिति में रहकर सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड के विकास पर कार्य करना होगा तथा जो सुझाव है उन्हे शामिल करते हुये जनवरी माह में प्रस्तुतीकरण करना होगा। उन्होने कहा कि समिति में शामिल मा0 सदस्यो को अपनी टिप्पणी निम्न बिन्दुओ पर देनी होगी। जैसे समस्या क्या है, उसकी बजह क्या है परिणाम क्या हो रहा है। समस्या के लिये क्या रणनीति है, रणनीति को कैसे लागू करने के लिये पैसा कहां से आयेगा। कैसे कोई जुड़ेगा तथा जो सुझाव दे रहे है, उसका क्या फायदा होगा क्षेत्र, गांव, नगर को, यह भी चिन्हित करना होगा। अपर मुख्य सचिव नियोजन कुमार कमलेश ने कहा कि आज इश्यू को चिन्हित करेगे। अच्छी शुरुआत है समस्या है सभी का निराकरण होगा, जो सोचा है उस पर कार्य होगा। उन्होने कहा कि माह जनवरी 2020 को 3 दिवसीय बैठक आयोजित होगी मा0 मुख्यमंत्री जी की अध्यक्षता में जिसमे विशेषज्ञ आयेगे और अपने प्रयोग की जानकारी देगे। बैठक में विशेष सचिव नियोजन अंकित अग्रवाल ने पावर प्वांइट प्रेजेन्टेशन के द्वारा दिया तथा प्रदेश के सापेक्ष विकास, उत्पादन, आबादी, विद्युत उपभोग, शिक्षा आदि के स्तर की व्याख्या करते हुये बुन्देलखण्ड के पिछड़ेपन की जानकारी दी।
बैठक से पूर्व समस्त माननीय का स्वागत पुष्पगुच्छ देकर किया गया तथा कार्यक्रम का शुभारम्भ दीपप्रज्जविलत कर हुआ। सर्वप्रथम मण्डलायुक्त सुभाष चन्द्र शर्मा ने सभी का स्वागत करते हुये कहा कि सिंचाई, शिक्षा, सड़क व स्वास्थ्य चार 'स' से एक साथ सम्बन्ध बना दे तो समृद्वि हो जायेगी। बुन्देलखण्ड के सातो जनपद पर चर्चा होगी। 
कार्यक्रम का संचालन जेडीसी चन्द्रशेखर शुक्ला ने किया। इस मौके पर जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी, मुख्य विकास अधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे, ज्वांइट मजिस्ट्रेट संजीव कुमार मौर्य, डीडीएसटी संजय कुमार श्रीवास्तव, डीडीएसटी चित्रकूट एस.एन.त्रिपाठी, सहित मुख्यालय व समस्त जनपदों से आये विभिन्न विभागो के अधिकारी उपस्थित रहे।


Comments