नई दिल्ली, 29 अक्टूबर 2019, (दैनिक पालिग्राफ)। हांगकांग में सरकार के विरोध में 5 महीने से जारी है विरोध-प्रदर्शनइसकी वजह से वहां की अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा हैहांगकांग की अर्थव्यवस्था मंदी की चपेट में चली गई है। पिछले पांच महीने से जारी सरकार विरोधी प्रदर्शन हांगकांग की अर्थव्यवस्था के लिए घातक साबित हुए हैं। हांगकांग की इकोनॉमी मंदी की चपेट में आ गई है। शहर के वित्त सचिव ने कहा कि अभी प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहे, जिसकी वजह से इस साल हांगकांग की इकोनॉमी में किसी तरह की बढ़त होने की संभावना कम ही दिख रही है। यह विरोध चीन सरकार द्वारा लाए गए प्रत्यर्पण बिल के खिलाफ हो रहा है। हांगकांग के वित्त सचिव पॉल चैन ने एक ब्लॉग में लिखा है, 'हमारी अर्थव्यवस्था के लिए झटका बहुत व्यापक है। तीसरी तिमाही के जीडीपी के लिए गुरुवार को आए प्राथमिक अनुमान से पता चलता है कि लगातार दो तिमाही में अर्थव्यवस्था में गिरावट आई है, जिसे तकनीकी परिभाषा के मुताबिक मंदी कहते हैं।'
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, उन्होंने यह भी कहा कि अब तो 0 से 1 फीसदी के सालाना आर्थिक ग्रोथ को हासिल करने का सरकार का लक्ष्य भी 'काफी कठिन' लगता है। गौरतलब है कि इस रविवार को भी हांगकांग में कुछ मुस्लिमों के प्रदर्शन हुए हैं और पुलिस पर आरोप है कि उसने काफी बर्बरता से कार्रवाई की है। इस घटना में कई पत्रकार भी घायल हो गए हैं। असल में पुलिस ने मस्जिद से बाहर प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पानी की बौछार की और आंसू गैस का इस्तेमाल किया, जिसकी वजह से कई पत्रकार घायल हो गए। शहर के फॉरेन कॉरेस्पॉन्डेंट क्लब ने एक बयान में इस घटना की निंदा करते हुए स्वतंत्र जांच करने का आह्वान किया है।
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