खेत में आग लगाने वाले किसानों पर होगी कार्यवाही, कारावास के साथ लगाया जाएगा 25 हजार का जुर्माना: मुख्य विकास अधिकारी
झांसी, 16 अक्टूबर (दैनिक पालिग्राफ)। ऐसे किसान जो खेत में आग लगाते है तो उन्हे कारावास के साथ 25,000 रुपये का अर्थदण्ड लगाया जायेगा। किसानो की समस्याओं का निस्तारण समय से किया जाये। विद्युत विभाग अपनी कार्यशैली में सुधार लाये और टयूवबैल संयोजन हेतु तत्काल सभी सामान किसानो को उपलब्ध कराये। नहर की सफाई कार्य गुणवत्ता के साथ और समय से पूर्ण किया जाये। सहकारी समितियां में खाद की दरों को बैनर पर चस्पा किया जाये। बैठक में अधिकारी स्वयं उपस्थित रहे प्रतिनिधियों को न भेजे। यह निर्देश मुख्य विकास अधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने विकास भवन सभागार में किसान दिवस के अवसर पर आयोजित कृषक गोष्ठी में व्यक्त किये। उन्होने उपस्थित किसानो से कहा कि रबी फसल की बुवाई की तैयारी कर ले और बुवाई हेतु शोधित बीज सरकारी बीज केन्द्र से ही क्रय करे ताकि कोई नुकसान न हो सके।
उन्होने उपस्थित किसानो से कहा कि खेतों में आग हरगिज न लगाये। एनजीटी (राष्ट्रीय हरित अधिकरण) के स्पष्ट ओदश है कि यदि किसान खेत में आग लगाता है तो 25,000 रुपये का अर्थदण्ड अथवा कारावास या दोनो हो सकते है। उन्होने किसान गोष्ठी में उपस्थित अन्य विभागो के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि किसानो की समस्याओं को संवदेनशील होकर निस्तारित किया जाये। उन्होने एलडीएम को बैकों के साथ जल्द एक बैठक करने के निर्देश देते हुए कहा कि बैंको द्वारा अभी भी पशुपालको के किसान क्रेडिट कार्ड नही बनाये जा रहे है। इस समस्या का जल्द निस्तारण कराये।
निखिल टीकाराम फुंडे ने किसानो से कहा कि क्षेत्र की जलवायु के लिए उपयुक्त व गेहूं, मटर, अलसी, चना, मसूर के बीज सरकारी बीज केन्द्रो पर उपलब्ध हैं सभी किसान अनुदानित बीजो का लाभ ले। उन्होने कहा कि जनपद में उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता है, सरकारी समितियों में निर्धारित दर 1200 रुपये में ही विक्रय की जाये। यदि सोसाइटी द्वारा अधिक पैसा लिया जाता है तो सख्त कार्यवाही की जायेगी। किसान दिवस पर आयोजित किसान गोष्ठी में उप निदेशक कृषि कमल कटियार ने किसानो को बताया कि जनपद में बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिए उपयुक्त बीजो की उपलब्धता है। किसानो के लिए मटर में अमन, दन्तेवाड़ा व आईपीएफओ प्रजाति के बीज उपलब्ध है। चना में जेजी 14, जीएनजी 1958 वच आरएसजी 902, मसूर पीएल 8, अलसी आजाद 1, सरसों पीएम 8, पीएम 6 तथा शीध्र ही गेहूं में राज 4120, एचडी 2967, एचआई 1500, डीबीडब्ल्यू 512, राज 4238, एचआई 8759, एचआई 8737 प्रजाति के बीज उपलब्ध है। उन्होने बताया कि जनपद में उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता है। भविष्य में कोई कमी न होने पावे, इस पर सत्त दृष्टि बनाये हुए है।
किसान गोष्ठी में मऊरानीपुर के वान सिंह ने ग्राम निमानी, रतौसा, जावन व लुहारी में बने गौआश्रय स्थल व गौशाला में भूसा के नाम पर लगभग 47 लाख रुपये खर्च हो गये। जबकि मौके पर गौवंश नही है, इसकी जांच करायी जाये। उन्होने क्षेत्र के लिए उपयुक्त बीजो की उपलब्धता बनाये रखने का सुझाव दिया। किसान नेता महेन्द्र शर्मा ने कहा कि पहुज नहर जो लगभग 22 किलोमीटर लम्बी है उसकी सफाई कार्य बेहद धीमा हो रहा है व गुणवत्ता के साथ कार्य नही किया जा रहा है। यदि यही हाल रहा तो कैसे नहर की सफाई पूर्ण हो सकेगी। उन्होने समस्त सहकारी समितियो में उर्वरक की दरो को चस्पा किये जाने की मांग की ताकि किसानो से अधिक पैसा न वसूला जा सके। कमलेश लम्बदार ने बिजली विभाग की शिकायत करते हुए कहा कि विभाग द्वारा किसानो को ट्यूवबैल संयोजन देने में सुविधा शुल्क मांगा जा रहा है तथा जो सामान दिया जाना है वह भी पूरा नही दिया जा रहा, मात्र खम्भा और तार दे रहे, जबकि डभ्पी, केबल नही दे रहे है। इस कारण संयोजन पूर्ण नही हो पा रहा।
ग्राम बरगढ़ के गुलाब सिंह व गोकुल प्रसाद ने कहा कि भूमि विकास बैंक शाखा द्वारा किसानो से ऋण वसूली की कार्यवाही की जा रही है एवं भूमि नीलामी की कार्यवाही की जा रही है। जबकि फसल बर्बाद हो गयी है। अतः नई फसल आने तक वसूली स्थगित की जाये। ग्राम सकरार के धनश्याम ने सकरार माइनर की मरम्मत कराये जाने कह मांग करते हुए कहा कि पानी टेल तक नही पहुंच रहा है। यदि समय से माइनर की मरम्मत सिंचाई विभाग द्वारा करा दी जाये तो किसानो को समय से पानी खेत तक पहुंच जायेगा। किसान गोष्ठी में सुरेन्द्र कुमार ग्राम पुरातनी ने कहा कि बैंको द्वारा किसान को बिना सूचना दिये केसीसी खाता एनपीए कर दिया, जिस कारण किसान फसल बीमा नही हो सका। किसान को कुछ लाभ दिया जा सकता है तो बैंको को निर्देश दे कि फसल बीमा बैंको द्वारा कर दिया जाये।
किसान गोष्ठी में जिला कृषि अधिकारी के.के. सिंह, उप निदेशक उद्यान भैरम सिंह, अधिशाषी अभियंता सिंचाई संजय कुमार, जिला कृषि रक्षा अधिकारी विवेक कुमार, दीपक कुशवाहा सहित पशुपालन विभाग, विद्युत विभाग, जल संस्थान, यूपी एग्रो, जल निगम आदि के अधिकारी उपस्थित रहे।
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