बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के फारेंसिक विभाग में प्रश्नोत्तरी एवं वाद विवाद प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
झांसी, 15 अक्टूबर (दैनिक पालिग्राफ)। आज के समय में विद्यार्थियों को अब्दुल कलाम जी के आदर्शों पर चलने की आवश्यकता है और अपने कर्तव्य को ईमानदारी से निर्वहन करने के लिए प्रोत्साहित किया। यह विचार मंगलवार को बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जे. वी. वैशंपायन ने पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डाॅ. ए.पी.जे. अब्दूल कलाम के जन्मदिवस पर फोरेंसिक संस्थान में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में बतौर अध्यक्ष विचार व्यक्त करते हुए कहा।
उल्लेखनीय है कि भारत के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ ए. पी. जे. अब्दुल कलाम जी के 88वें जन्मदिवस के अवसर पर बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के फोरेंसिक सांइस एवं क्रिमिनोलॉजी संस्थान में प्रश्नोत्तरी एवं वाद विवाद प्रतियोगिताओं आयोजन हुआ। वाद विवाद प्रतियोगिता का विषय विद्यार्थी जीवन पर सोशल मीडिया का प्रभाव रहा। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में डाॅ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर सवाल पूछे गए। प्रश्नोत्तरी में 140 और वाद विवाद में लगभग 20 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इसके बाद कार्यक्रम का समापन तथा पुरस्कार वितरण किया गया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो. एम. एम. सिंह ने कहा कि अध्ययन के द्वारा ही हम अपने मार्ग को प्रशस्त कर सकते हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण हमारे पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डाॅ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम हैं। इस अवसर पर विभाग के शिक्षकों और छात्र छात्राओं ने लगभग 100 से अधिक वृक्षारोपण भी किया। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में आलोक कुमार ने प्रथम, आशुतोष यादव ने द्वितीय और रिया सिंह ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वाद विवाद में अर्पिता सिंह प्रथम, जीत दास गुप्ता द्वितीय और गौरी त्रिपाठी तृतीय रहीं। इस अवसर पर संस्थान समन्वयक विजय कुमार यादव, डॉ अनु सिंगला, डॉ अंकित श्रीवास्तव, डॉ कृति निगम, चंदन नामदेव, मुरली मनोहर यादव और अभिमन्यु हर्षे उपस्थित रहे।
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