अंतरिक्ष अनुसंधान की परियोजनाओं में दिखाई गहरी रुचि
झांसी, 18 अक्टूबर (दैनिक पालिग्राफ)। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के राजीव गांधी इण्डोर स्टेडियम में शुक्रवार को विभिन्न विद्यालयों और संस्थानों के विद्यार्थियों के जमावड़े से गुलजार रहा। इन सभी के आकर्षण का केंद्र बुंदेलखंड विश्वविद्यालय और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान यानी इसरो के संयुक्त तत्वावधान में वहां आयोजित विक्रम साराभाई अंतरिक्ष प्रदर्शनी रही। इस प्रदर्शनी में झासंी एवं आसपास के क्षेत्रों के विद्यालयों तथा महाविद्यालयों एवं सस्थानेां से बड़ी संख्या में उमड़े विद्यार्थियों को अंतरिक्ष अनुसंधान की विभिन्न महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के संबंध में जानकारी देने के लिए कई माॅडल भी रखे गए हैं। इनके माध्यम से विद्यार्थियों को इसरो की गतिविधियों और उपलब्धियों की जानकारी दी गई। विद्यार्थियों ने अंतरिक्ष अनुसंधान कार्यों को समझने में गहरी रुचि दिखाई। तीन दिवसीय अंतरिक्ष प्रदर्शनी 20 अक्तूबर तक चलेगी।
अंतरिक्ष प्रदर्शनी को देखने के लिए आज अनेक विद्यालयों और बुविवि के विभिन्न संस्थानों के विद्यार्थी बड़ी संख्या में राजीव गांधी इनडोर स्टेडियम में पहंुचे।
आज प्रातः चैधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो.एस.पी.ओझा और इसरो के वैज्ञानिक डा.सतीश राव ने प्रदर्शनी का उद्घाटन किया जबकि बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.जे.वी.वैशम्पायन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस अवसर पर कुलपति प्रो. वैशम्पायन ने इसरो के वैज्ञानिकों को इस प्रदर्शनी के आयोजन में सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। कुलपति ने कहा कि विज्ञान के क्षेत्र मेें निरन्तर प्रगति हो रही है परन्तु अन्तरिक्ष विज्ञान के के क्षेत्र में हुई अभूतपूर्व है। अन्तरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में भारत की प्रगति भी एक मील का पत्थर मानी जा सकती है। उन्हांेेने कहा कि इस प्राकर की प्रदर्शनियों का आयेाजन निरन्तर और विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों मे आयोजित की जानी चाहिये जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थी भी विज्ञान के इस क्षेत्र के प्रति आकर्षित हो।
आज के कार्यक्रम का शुभारम्भ कुलपति मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि द्वारा मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलन, पुष्पार्चन दतािा माल्यार्पण से हुआ। इसके पश्चात कुलपति तथा अतिथियों के द्वारा प्रदर्शनी का भ्रमण किया गया।
प्रदर्शनी में लगाए गए मॉडल ऑडियो विजुअल उपकरणों, स्टैटिक पैनल, डिस्प्ले बोर्ड की कार्यविधि को समझने में विद्यार्थियों ने गहरी रुचि दिखाई। इस प्रदर्शनी में कुल 16 से अधिक मॉडल रखे गए हैं। इनमें आर्य भट्ट, भास्कर-1, एप्पल, रीसेट प्रथम, आईआरएसए समेत कई माडल और उपकरण शामिल हैं। प्रदर्शनी में विद्यार्थियों को उन सैटेलाइट के बारे में भी जानकारी दी गई जो फसल और तूफान की सूचना देने में कारगर हैं। इसरो की ओर से इसरो के उद्भव व विकास से सम्बन्धित चार लघु फिल्में भी छात्र छात्राआंे को दिखाई गई।
प्रदर्शनी के संयोजक डॉ.ऋषि कुमार सक्सेना ने बताया कि प्रदर्शनी को देखने झांसी के 21 विद्यालयों के लगभग 2000 से अधिक छात्र-छात्राएं प्रदर्षनी को देखने रालीव गांध इण्डोर स्टैडियम पहुचे। सर्वप्रथम आर्मी स्कूल बबीना कैंट आर्मी स्कूल बबीना कैंट के लगभग 300 छात्र छात्राएं स्कुल के विज्ञान समन्वयक देवेंद्र दीक्षित तथा बिपिन बिहारी कॉलेज, झासंी के छात्र-छात्राएं डा.मानवेन्द्र सिंह सेगर के नेतृत्व में प्रदर्शनी देखने पहुंचे। उसके पश्चात ज्ञानस्थली पब्लिक स्कूल, झांसंी, वुडस् हेरिटेज स्कूल, झांसंी दिल्ली पब्लिक, झांसंी स्कूल एसआर ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन, झासंी गुरुकुल इंटर कॉलेज झांसी न्यू एरा पब्लिक स्कूल झांसी जी.एच.एस.भोजला, रानी लक्ष्मीबाई पब्लिक स्कूल झांसी मॉडर्न कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, झांसंी हंसराज मॉडल स्कूल, झांसंी जी.आर.एस.एस कॉलेज उरई आर्मी पब्लिक स्कूल झांसी गवर्नमेंट पीजी कॉलेज दतिया गवर्नमेंट हाई स्कूल, सूर्याश एजुकेशन, झासंी, केन्द्रीय विद्यालय नंबर 2, झांसंी ग्रामोदय नेशनल इंटर कॉलेज, मऊरानीपुर आर.बी.ई.क.े कॉलेज मऊरानीपुर ,सैनिक स्कूल झांसी आर्मी पब्लिक स्कूल झांसी, गुरू रोपड महाविद्यालय, उरई बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के छात्र-छात्राएं प्रदर्शनी को देखने पहुंचे तथा उन्होंने वहां पर उपस्थित मॉडलों एवं चित्रों से लाभ उठाया। इन छात्रो ंने पद्रर्शनी मे ंउपस्थित वैज्ञानिकों से अपनी अपनी शंकाओं को समाधान भी किया।
डॉ.ऋषि कुमार सक्सेना ने बताया कि यह प्रदर्शनी 3 दिन तक सभी छात्र-छात्राओं तथा आम जनता के लिए खुली रहेगी। उन्होंने कहा कि विज्ञान के विज्ञान ही नहीं अन्य विषय के छात्र-छात्राएं भी इसमें भाग इसमें भाग लेकर अपना ज्ञान वर्धन कर सकते हैं।
अधिष्ठाता एकेडमिक प्रो.एस.पी.सिंह, अधिष्ठाता विज्ञान संकाय प्रो.एम.एम.सिंह, प्रो.सुनील काबिया, अधिष्ठाता कला संकाय प्रो.सी.बी.सिंह, अधिष्ठाता अभियांत्रिकी संकाय प्रो.एस.के.कटियार, कुलानुशासक प्रो.आर.के सैनी, प्रो.प्रतीक अग्रवाल, डॉ.सौरभ श्रीवास्तव, डा.मीनाक्षी सिंह, डा.ममता सिंह, डा.अनु सिंघला, डा.सुमिरन श्रीवास्तव, डा.संगीता लाल, डॉ,इकबाल खान, डा.यतीन्द्र मिश्रा, डा.विनीत कुमार, इंजी.राहुल शुक्ला डॉ.जे पी यादव, डा.नेहा मिश्रा, डा.अभिमन्यु सिंह, डा.राजेश कुमार पाण्डेय, डा.प्रकाश चन्द्रा, डा.मानवेन्द्र सिंह सेंगर, डा. शशि आलोक, डा.लवकुश द्विवेदी, डा.अनिल झरबडे, डा.राजीव बबेले, अनिल बोहरे सहित विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।
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